Mahatma Jyotiba Phule Samagra Vangmay (Hindi)

Mahatma Jyotiba Phule Samagra Vangmay (Hindi)

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आपको यह पुस्तक “महात्मा ज्योतिबा फुले यांचे समग्र वाङ्मय” अवश्य खरीदनी चाहिए क्योंकि यह आपको डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और अन्य सामाजिक सुधारकों को मार्गदर्शन देने वाले फुले के साहित्य और विचारों से सीधे जोड़ती है। डॉ. आंबेडकर ने स्वयं यह स्वीकार किया कि वे फुले के साहित्य और आंदोलन से प्रेरित थे। इस पुस्तक में प्रस्तुत साहित्य न केवल सामाजिक क्रांति और समानता के विचारों को स्पष्ट करता है, बल्कि महाराष्ट्र और भारतीय समाज में व्यापक परिवर्तन लाने का मार्ग भी दिखाता है।

यह संस्करण सीमित स्टॉक में उपलब्ध है और प्रीपेड ऑर्डर पर फ्री शिपिंग के साथ आता है, जिससे आप तुरंत इस दुर्लभ और संग्रहणीय पुस्तक को सुरक्षित रूप से प्राप्त कर सकते हैं। यह पुस्तक बिल्कुल नई है, जिसका हिंदी अनुवाद मुलनिवासी ई-बुक्स द्वारा प्रकाशित किया गया है। इसमें कुल 323 पृष्ठ हैं, उच्च गुणवत्ता वाले 65 GSM पेपर पर मुद्रित, A5 आकार (15 x 3 x 21 सेमी, 300 ग्राम) में उपलब्ध, और श्रिंक-रैप और पॉलीबैग में सावधानीपूर्वक पैक की गई है।