यह पुस्तक “बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर वाङ्मय खंड-1” इसलिए खरीदनी चाहिए क्योंकि यह डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों और उनके सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक दृष्टिकोण का प्रामाणिक संग्रह प्रस्तुत करती है। उनके लेखों और भाषणों के माध्यम से आपको भारत में सामाजिक विचार के इतिहास और विकास की गहरी समझ मिलेगी। इस संस्करण में कुल 272 पृष्ठ हैं और इसमें उच्च गुणवत्ता वाले 65 GSM पेपर का उपयोग किया गया है। पुस्तक का आकार A5 (15 x 3 x 21) सेंटीमीटर है और वजन लगभग 400 ग्राम है। हर प्रति को श्रिंक रैप और पॉलीबैग में सुरक्षित पैक किया गया है ।